about जन्तु विज्ञान/leving sci/cell/कोशिका/जीव द्रव /Protoplasm/कोशिका द्रव /Cytoplasm/कैद्रिका द्रव /Nucleoplasm for raiway/ssc/defence/10th/12th & all comp. exam
जन्तु विज्ञान
जीव बिज्ञान तथा जन्तु विज्ञान का जनक अरस्तु को कहते है। जंतु विज्ञान के अंतर्गत वैसी जीवो को रखा जाता है जो स्थंतरिक गति करते है।
कोशिका -
इसका अध्यन साइटोलॉजी कहलाता है। सर्वप्रथम कोशिका की खोज 1665 में राबट हुक ने किया किन्तु इन्होने कर्क की मृत कोशिका को खोजा था। इन्हे कोशिका विज्ञान का जनक कहते हैं।
सर्वप्रथम जीवित कोशिका की खोज 1674 में एनटेनिवान ल्यूवेन्हॉक ने किया। इन्होने ही जीवाणु की खोज भी किया जिस कारण इन्हे जीवाणु विज्ञान (Bacteriology) का जनक कहते हैं।
श्लाइडेन तथा शवान नामक विद्वान ने कोशिका सिद्धांत दिया और इन्होने बताया की जीवो का शरीर छोटे-छोटे कोशिकाओ से मिलकर बने होते है अथार्त कोशिका शरीर की सबसे छोटी इकाई हैं।
→सबसे छोटी कोशिका माइकोप्लाज्मा की होती हैं।
→सबसे बड़ी कोशिका शुतुरमुर्ग के अंडे की होती हैं।
→सबसे लम्बी कोशिका तंत्रिका(मस्तिक) की होती हैं।
जीव द्रव (Protoplasm)-
इसकी जानकारी पुरकिंजे नामक विद्वान ने दिया। यह एक गढ़ा (गारा) चिपचिपा द्रव होता है जो कोशिका के अंदर पाया जाता हैं। कोशिका के अंदर के सभी जैविक क्रिया इसी द्रव में होती है अतः इसे जीव द्रव कहते है यह दो प्रकार का होता है -
1) कोशिका द्रव (Cytoplasm)-
यह कोशिका के अंदर भरा होता है जो कोशिका को सूखने से बचाता हैं।
2) कैद्रिका द्रव (Nucleoplasm)-
यह केद्रक में होता है और केंद्रक को सूखने से बचाता हैं।
नोट- जीव द्रव में 80% जल पाया जाता हैं।
By Kumar
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