about शवासन तंत्र/Respiratory System/शवासोच्छ्वास/Breathing/Inspiration/Expiration/निः शवसन/स्वसन अंग from basic for all exam./10th/12th class of Biology
➤शवासन तंत्र ( Respiratory System )-
शवाशन एक जटिल क्रिया है। इसमें ऑक्सीजन शरीर के अंदर जाता है जिसके फ़लस्वरुप ग्लूकोज़ ( CO₂ ) तथा H₂O तथा उष्मीय ऊर्जा में बदल जाता है।
C₆H₁₂O₆ + 6O₂ → 6CO₂ + 6H₂O + 686 (ऊर्जा)
शवासन एक ऑक्सीडेशन की क्रिया है। इसमें उष्मीय ऊर्जा निकलती है, यही कारण है की मृत्यु के बाद शरीर ठंडा पर जाता है।
शवासन एक प्रकार का काटाबोली (टूटने वाला) या अपचयी क्रिया है।
शवाशन एक मंद दहन होता है।
एक मिनट में ब्यक्ति 14 से 18 बार शास लेता है।
➤शवासोच्छ्वास ( Breathing )-
सांस छोड़ने तथा ग्रहण करने को breathing कहते है।
यह दो प्रकार का होता है।
1) Inspiration-
सांस अंदर लेना Inspiration कहलाता है।
इसके द्वारा हम निम्नलिखित गैसों को ग्रहण करते है-
O₂ = 21 %
CO₂ = 0.03 %
N₂ = 78 %
2) Expiration ( निः शवसन )-
इसके द्वारा हम सांस को बाहर छोड़ते है और निम्नलिखित गैसों को निकालते है-
O₂ = 17 %
CO₂ = 4.6 %
N₂ = 78 %
➤स्वसन अंग-
वैसे अंग जो स्वशन की क्रिया में भाग लेते है वे स्वशन अंग कहलाते है।
यह अलग-अलग जीवो में अलग-अलग होता है-
मानव में फेफ़ड़ा ( Lungs ) द्वारा,
बिच्छू में बुकलग्स ( Buk-lungs ) द्वारा,
किट में सांस नली ( Trekiya ) द्वारा,
जलीय जीव में गलफर/क्लोम ( Gills ) द्वारा,
मेढ़क में लारवा आवस्था में क्लोम द्वारा, विकसित आवस्था में लंग्स द्वारा, निष्क्रिय/भूमि में त्वाचा द्वारा
एक कोशिकी जीव में विसरण विधि द्वारा
By Prashant
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